कविता की पाठशाला
कविता की पाठशाला
हिंदी की सौ सर्वश्रेष्ठ प्रेम कविताएँ
link
व्योम के पार
कविता की पाठशाला
माहिया
Friday, May 07, 2021
दोहा
सोहे वृष्टि मयूर मन, तम उलूक के संग।
चमगादड़ निर्जन रहे, भिन्न प्रकृति के रंग।।
-अचला झा
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment