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Sunday, January 01, 2023

प्रीतम की यादों में

प्रीतम की यादों में 
खोया मन मेरा
उन कसमे वादों में

-डा० अर्चना पांडेय

इस दिल में रहते हो

इस दिल में रहते हो 
प्यार अगर है तो 
क्यों कुछ नहीं कहते हो

-डा० अर्चना पांडेय

Monday, June 21, 2021

माहिया

हरियाली लाती है
बरखा रानी तो
खुशियाँ फैलाती है

-डा० अर्चना पाण्डेय

माहिया

झरनों से उछलती है
नदिया, सागर से
मिलने को मचलती है

-डॉ. अर्चना पाण्डेय

माहिया

बूँदों की रवानी है
सावन की तो बस
इक ये ही कहानी है

-डा० अर्चना पाण्डेय

Wednesday, May 12, 2021

दोहा

खेचर कलरव कर रहे, मोर रहे हैं नाच.
मौसम बदलेगा, सभी, रहे प्रकृति को बाँच

  -डा० अर्चना पांडेय

दोहा

 बिन वाहन के उड़ चली, चिड़िया अपने देश। 
 जो सुख अपने घर मिले, कहाँ मिले परदेश।।

  -डा० अर्चना पाण्डेय

Tuesday, May 11, 2021

दोहा

 जीवन यह अनमोल है, उड़ ले पंख पसार ।
 पंखों के बल पर करो, सात समुंदर पार ।।

 -डा० अर्चना पाण्डेय

दोहा

नभचर नभ की शान हैं, उड़ते पंख पसार ।
आनंदित वह ताकते, ऊपर से संसार ।।

 डा० अर्चना पाण्डेय

दोहा

 देते हर्ष अपार वह, उड़ते सह परिवार। 
कोने उड़ते प्रौढ़ खग, बीच बाल संसार।।

-डा० अर्चना पाण्डेय

Monday, May 10, 2021

दोहा

बुलबुल क्यों बेचैन है, फुदक रही हर डाल.
किसकी चाहत में रमी, मन में एक सवाल।

-डा० अर्चना पाण्डेय