कविता की पाठशाला
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माहिया
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विनीता तिवारी
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Thursday, July 07, 2022
हाइकु
रिश्तों की जमीं
बिना प्यार विश्वास
रही उजाड़
-विनीता तिवारी
(हिंदी हाइकु कोश से )
Saturday, November 28, 2020
विनीता तिवारी
चौड़ी सड़कें, गढ़, महल, रंग गुलाबी लाल
जयपुर राजस्थान की, नगरी भव्य विशाल
नगरी भव्य विशाल, लुभाए सबको हरपल
जंतर-मंतर, हवा महल, घूमर की हलचल
आन बान रजवाड़ी, सुर साधक की पौड़ी
सब मशहूर, कहूँ मैं करके छाती चौड़ी
-विनीता तिवारी
Wednesday, November 25, 2020
विनीता
जयपुर राजस्थान की, नगरी भव्य विशाल
शूरवीर योद्धा हुआ, हर माता का लाल
हर माता का लाल, पड़ा सौ-सौ पर भारी
हुआ प्रसिद्ध जगत मे जाऊँ मैं बलिहारी
जंतर-मंतर, हवा महल, रजवाड़ी धुन सुर
नगर गुलाबी, चौड़ी सड़कें, सुंदर जयपुर
-विनीता तिवारी
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