Saturday, May 08, 2021

दोहा

 चिड़िया चहकी ज़ोर से, जगमग हुई मुँडेर।
दाना- पानी देखकर, चुगती देर-सबेर। 

-चित्रा गुप्ता, 
सिंगापुर

1 comment:

Santosh Bhauwala said...

चित्रा जी, बहुत सुंदर दोहा, बधाई आपको और कविता की पाठ शाला के गुरू व्योम जी को जिनके सानिध्य में हम सब दोहा लिखना सीख रहे हैं।