Saturday, May 08, 2021

दोहा

सोन चिरैया कह रही, रोको नहीं उड़ान.
मरुधर की पहचान हूँ, रक्खो मेरा मान.

-संतोष भाऊवाला

1 comment:

डॉ0 मंजू यादव said...

बहुत सुंदर