Friday, May 07, 2021

दोहा

कँलगी सिर पर सोहती, नाचे पंख पसार।
पक्षीराज मयूर का, 'जंगल' है संसार।।

-मधु गोयल

1 comment:

डॉ0 मंजू यादव said...

अति सुंदर