नई भोर है आने वाली
सजी है स्वागत में हर डाली
शबनम मुस्काती फूलों पर-
पहरा देता भँवरा माली
कुदरत ने भी देखो कैसे-
सारा भुवन सँवारा
स्वागत है नववर्ष तुम्हारा!
नया एक संकल्प लिया है
वादा भी कुछ ख़ास किया है
रिश्तों की उधड़ी बखिया को
निष्ठा से मज़बूत सिया है
दिल में सबके जगह बनाना
यही महज़ कर्तव्य हमारा
स्वागत है नववर्ष तुम्हारा!
-मधु गोयल
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