Wednesday, November 25, 2020

अचला झा

रवि ठाकुर का शहर ये,माँ काली का धाम
रसगुल्ले मशहूर हैं, खाएं सुबहो-शाम
खाएं सुबहो-शाम, मिष्टी  बांग्ला बोली
रग रग में फुटबॉल, गांगुली की हमजोली
दुर्गोत्सव विख्यात, बने कलकत्ता आतुर
भूमि है सुभाष की,  नरेन्द्र औ रवि ठाकुर

-अचला झा

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