बीती है एक और रात
नया वर्ष गहराई से
समझाता यह बात
मानो या ना मानो बस
बीती है एक और रात।
पहले जैसे उड़ते बढ़ते
पल होंगे मतवाले
अम्मा पप्पू पापा पापे
बाजू वाले लाले
आँख गड़ाकर टी वी में
मुँह में लेकर जज़्बात
नया वर्ष गहराई से
समझाता यह बात
सबके हाथों में मोबाइल
लाल सफ़ेद या काले
कोने-कोने बैठे लेकर
सारे ही घर वाले
मेसेंजर पर झूठी सच्ची
भेजेंगे सौग़ात
नया वर्ष गहराई से
समझाता यह बात
-ममता शर्मा
No comments:
Post a Comment