कविता की पाठशाला
कविता की पाठशाला
हिंदी की सौ सर्वश्रेष्ठ प्रेम कविताएँ
link
व्योम के पार
कविता की पाठशाला
माहिया
Wednesday, November 25, 2020
सुधा राठौर
दीया- बाती जब करें, आपस में परिहास
लथपथ होकर नेह से, बोली करे उजास
बोली करे उजास, हवा सँग खेल रचाएँ
गहन तिमिर पर खूब, तंज के तीर चलाएँ
लेकिन आती भोर, लिये जब दिन की पाती
हो जाते हैं मौन, अचानक दीया- बाती
-सुधा राठौर
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment